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"उत्तर कोरिया को कीमत चुकानी होगी"

२४ मई २०१०

दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के साथ व्यापार पर रोक लगा दी है. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली म्युंग बाक ने कहा कि उनका देश किसी भी तरह के उकसावे को अब बर्दाश्त नहीं करेगा.

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ली म्युंग बाकतस्वीर: AP

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली म्यूंग बाक का कहना कि उत्तर कोरिया को चियोनान पोत को डुबाने की ज़िम्मेदारी लेनी होगी और उसे सज़ा भी स्वीकार करना होगा. ली ने साफ कर दिया कि दक्षिण कोरिया प्योंगयांग के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ देगा. उन्होने यह भी कहा कि सियोल 26 मार्च को हुए इस हमले के मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तक ले जाएगा.

दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच चल रहे गहरे तनाव पर चिंता जताते हुए अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का कहना है कि अगर उत्तर कोरिया युद्धपोत चियोनान को डुबाने के लिए ज़िम्मेदार है तो उसे उसके परिणाम भी भुगतने होंगे. उन्होंने कहा, "हम उत्तर कोरिया से उसके उत्तेजक व्यवहार और धमकी भरी नीतियों का अंत करने की गुज़ारिश करते हैं. हम चाहते हैं कि वह इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाए और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करे."

जापान और कई पश्चिमी देशों ने भी इस घटना की निंदा की है. चीन को उत्तर कोरिया का सबसे करीबी मित्र माना जाता है. क्लिंटन ने बताया कि अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया और चीन मिल कर इस घटना पर विचार विमर्श कर रहे हैं. हालांकि चीन ने अब तक इस पूरे मामले से दूरी बना रखी है.

अंतरराष्ट्रीय दल के विशेषज्ञों ने साबित किया कि दक्षिण कोरिया के 1200 टन वज़नी जहाज 'चियोनान' को उत्तर कोरिया ने नष्ट किया. जांच दल के मुताबिक टॉरपीडो के जो टुकड़े घटना स्थल से मिले हैं उन पर उत्तर कोरियाई ढंग का सीरियल नंबर है. जिससे यह साफ होता है कि हमले में उत्तर कोरिया का हाथ है.

26 मार्च को उत्तर कोरिया ने एक टॉरपीडो हमले में दक्षिण कोरिया के युद्धपोत को निशाना बनाए जाने के इस आरोप को खारिज किया था. इस घटना में दक्षिण कोरिया के 46 नौसैनिकों की मौत हुई थी. जवाब में उत्तर कोरिया ने कहा था कि दक्षिण उसे फंसा रहा है और वह युद्ध से उसे जवाब दे सकता है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/श्रेया कथुरिया

संपादन: उ भट्टाचार्य