ईयू में कौन लेगा कितने शरणार्थी
२३ सितम्बर २०१५मंगलवार को शरणार्थियों के वितरण को लेकर ईयू देशों में सहमति बन गई. अगले ही दिन जर्मन दैनिक "डी वेल्ट" ने खबर प्रकाशित की कि यूरोपीय आयोग 19 ईयू देशों के विरुद्ध उल्लंघन कार्यवाही के 40 मामले दायर करेगा. यह सभी उल्लंघन शरण कानून से जुड़े हैं. जर्मनी, फ्रांस, इटली, ऑस्ट्रिया और हंगरी जैसे यूरोपीय संघ के देशों पर आरोप लगते रहे हैं कि वर्तमान शरणार्थी संकट के दौरान उन्होंने शरण प्रक्रियाओं का "पर्याप्त रूप से क्रियान्वन" नहीं किया.
डेनमार्क, आयरलैंड और ब्रिटेन कथित तौर पर इस कानूनी कार्यवाही से बाहर बताए जा रहे हैं क्योंकि वे ईयू शरण कानून का पालन करने के लिए बाध्य नहीं हैं. अभी भी लगातार जोखिम भरे समुद्री रास्तों और थलमार्ग से सीरिया, अफगानिस्तान और एरिट्रिया जैसे देशों से लोगों का आना जारी है.
यूरोप दूसरे विश्व युद्ध के बाद अब तक के सबसे बड़े शरणार्थी संकट का सामना कर रहा है. इस साल की केवल दूसरी तिमाही में ही 210,000 से अधिक लोगों ने ईयू देशों में शरण के लिए आवेदन किया है. यह संख्या ठीक एक साल पहले के मुकाबले 85 फीसदी बढ़ी है. जर्मनी में इस साल 10 लाख शरणार्थियों के आने का अनुमान है. इस संकट की ओर सबका ध्यान खींचने के लिए गायिका शकीरा जैसी लोकप्रिय हस्तियां भी सामने आई हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संदेश जारी कर यूरोप के देशों से शरणार्थियों के मामले में अपने हिस्से की "उचित जिम्मेदारी" उठाने का आह्वान किया है. वहीं खुद अमेरिका की भी आलोचना हो रही है क्योंकि कई लोगों का मानना है कि वह स्वयं इस संकट से निपटने में पर्याप्त जिम्मेदारी नहीं निभा रहा.
सीरिया में युद्ध जारी है और लोगों का वहां से बच कर भागना भी. दुनिया के कई बड़े नेता इस पूरे संकट की जड़ में मौजूद समस्याओं को सुलझाने की ओर ध्यान दे रहे हैं.