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इस्लामिक स्टेट हुआ ट्रोल

ईशा भाटिया११ दिसम्बर २०१५

ऑनलाइन एक्टिविज्म करने वाले हैकरों के एक ग्रुप "एनॉनिमस" ने 11 दिसंबर को इस्लामिक स्टेट के "ट्रोलिंग डे" के रूप में मनाने का आह्वान किया है. ट्विटर पर आईएस का खूब मजाक उड़ाया जा रहा है

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Symbolbild Anonymous Hacker
तस्वीर: AFP/Getty Images/A. Kisbenedek

खुद को "इस्लामिक स्टेट" कहने वालों तक दुनिया का संदेश पहुंचाने के लिए हैकरों ने इस बार मजाक का सहारा लिया है. ग्रुप ने कहा है कि वह "कॉमेडी" के जरिए आईएस से निपटेगा. #trollingday #daesh #daeshbag के साथ लोग ट्विटर पर आईएस का मजाक उड़ाते हुए ट्वीट कर रहे हैं. अधिकतर आईएस के लड़ाकों के चेहरों को पीले रंग की प्लास्टिक की बत्तख से बदल दिया गया है. ग्रुप ने अनुरोध किया है कि इस्लामिक स्टेट की जगह "दाएश" का इस्तेमाल किया जाए.

दाएश का मतलब दरअसल है दौलत अल इस्लामिया फ-अल इराक वा अल-शाम. यह "आईसिस" का अरबी अनुवाद है. लेकिन अरब दुनिया में इस शब्द का आईएस के मजाक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही इस शब्द को पश्चिम में अंग्रेजी की गाली "डूशबैग" के साथ जोड़ कर दाएशबैग शब्द भी बनाया गया है.

"एनॉनिमस" एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसमें दुनिया भर के हैकर शामिल हैं और जो अपनी पहचान छिपा कर काम करते हैं. आईएस को किस तरह से ट्रोल करना है, इसके लिए संगठन ने निर्देश भी जारी किए हैं. इसमें लिखा है:

- आईएस की खिल्ली उड़ाते हुए तसवीरें पोस्ट करें.

- हैशटैग #daesh और #daeshbag का इस्तेमाल करें.

- आईएस से जुड़े सोशल मीडिया अकाउंट्स का पता लगाएं और उनकी जानकारी दें.

- ऐसी तसवीरें पोस्ट करें जो दिखाती हैं कि आप आईएस से नहीं डरते.

- आईएस से जुड़े जो लोग पकड़े गए हैं उनकी भी तस्वीरें पोस्ट कर उनका तिरस्कार करें.

"ना माफ करेंगे, ना भूलेंगे"

नवंबर में पेरिस हमलों के बाद इस ग्रुप ने यूट्यूब पर एक वीडियो डाल कर आईएस के खिलाफ ऑनलाइन जंग छेड़ने की बात कही थी. वीडियो में नकाब पहने एक व्यक्ति कह रहा है, "हम तुम्हारे खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन शुरू करने जा रहे हैं. तुम बहुत से साइबर हमलों की उम्मीद कर सकते हो. हमने जंग छेड़ दी है. तैयार हो जाओ." पेरिस हमलों का जिक्र करते हुए यह व्यक्ति कह रहा है, "हम ना तो माफ करते हैं और ना ही कुछ भूलते हैं."

ट्विटर पर आईएस को ट्रोल करने का मकसद संगठन ने आम लोगों में इन आतंकवादियों को ले कर बैठे हुए डर को कम करना बताया है. हैकरों के अनुसार यदि लोग डरना छोड़ दें, तो आईएस से जंग आसान हो सकती है.