इतिहास में आज: 27 सितंबर
२६ सितम्बर २०१४जॉन्सन ने सोल ओलंपिक खेलों की 100 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था. फिर उन्हें ड्रग्स के इस्तेमाल का दोषी पाया गया जिसके कारण उनसे ओलंपिक पदक वापस लेने का फैसला लिया गया. जॉन्सन के खून की जांच में ड्रग्स मिली थी. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (आइओसी) के इस आदेश के खिलाफ जॉन्सन ने अपील की. लेकिन आइओसी ने एथलीट जॉन्सन की उस दलील को सिरे से खारिज कर दिया कि उन्होंने दौड़ के पहले केवल एक हर्बल पेय पिया था. इस 100 मीटर की दौड़ को केवल 9.79 सेकंड में पूरा कर जॉन्सन ने विश्व रिकार्ड बनाया. ओलंपिक अधिकारियों ने बताया कि दौड़ के बाद लिए गए उनके मूत्र के सैंपल में एनाबोलिक स्टीरॉयड 'स्टानोसोल' के अंश पाए गए थे.
इसके बाद जॉन्सन पर अगले दो साल तक किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी गई. और उनके खेल करियर में बनाए गए सभी विश्व रिकार्ड और मेडल भी जॉन्सन से वापस ले लिए गए. वैसे तो साल 1991 में उन्होंने फिर से ट्रैक पर वापसी की लेकिन सफलता की पहले जैसी ऊंचाइयों तक फिर कभी नहीं पहुंच पाए. 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया तो वह 100 मीटर की दौड़ के फाइनल दौर में अपनी जगह तक नहीं बना पाए. एक समय पर दुनिया के सबसे तेज धावक माने गए इस एथलीट को 1993 में फिर से कनाडा में हो रही एक प्रतियोगिता में स्टीरॉयड लेने का दोषी पाया गया. इस घटना के बाद इंटरनेशनल असोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन ने सर्वसम्मति से जॉन्सन पर जीवन भर का बैन लगा दिया.
आरआर/आईबी