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इतिहास में आज: 16 जुलाई

१५ जुलाई २०१४

1993 में आज ही के दिन ब्रिटेन की खुफिया सेवा, एमआई5 के किसी सदस्य ने फोटो खिंचवा कर पहली बार औपचारिक रूप से जनता के सामने अपनी पहचान खोली थी.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa/dpaweb

अपने 84 साल के इतिहास में इस दिन तक एमआई5 ने ऐसा कदम कभी नहीं उठाया था. 56 साल की स्टेला रिमिंग्टन संगठन की पहली महिला प्रमुख बनी थी. वह ऐसी पहली महानिदेशक हुईं जिन्होंने संगठन की गतिविधियों के बारे में एक विवरण पुस्तिका जारी करते हुए खुलेआम तस्वीरें खिंचवाईं. इस मौके पर एमआई5 के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने पत्रकारों से बातचीत भी की थी. इस विवरण पुस्तिका में बताया गया था कि एमआई5 के पूरे कामकाज का करीब आधा हिस्सा घरेलू स्तर पर आतंकवाद से निपटने की कोशिशों से ही जुड़ा होता था. बाकी ध्यान बाहरी खतरों और दूसरे देशों की जासूसी के बारे में पता लगाने से जुड़ा होता था. विवरण पुस्तिका में लिखा था कि एजेंसी जासूसों की मदद लेने के अलावा, फोन टैप करना, छिपकर दूसरों की बातें सुनना जैसे तरीके अपनाती थी.

एमआई5 को इसके चार साल पहले 1989 के 'सुरक्षा सेवा कानून' के तहत वैधानिक मान्यता मिली थी. सीक्रेट सर्विस ब्यूरो की स्थापना 1909 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हर्बर्ट एस्क्विथ ने की थी. उस समय ब्यूरो की स्थापना का मकसद जर्मन नेवी के विस्तार का जवाब देना था. आगे चलकर एमआई5 से जुड़ी कई सारी चीजें सार्वजनिक हुईं. 1997 में पहली बार एजेंसी में नौकरी के लिए आवेदन पत्र मंगवाए गए. इसके जवाब में पहले ही दिन 12 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन भेजा. आज इसका मुख्यालय लंदन के मिलबैंक में है. अक्टूबर 2002 में संस्था को दूसरी महिला प्रमुख भी मिली, जिसने पहली बार टेलिविजन पर इंटरव्यू देकर एक और नया इतिहास रचा.