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इतिहास में आजः 5 दिसंबर

४ दिसम्बर २०१३

लंबी दूरी के टेलिफोन कॉल को घर घर की चीज बना देने वाली एसटीडी सेवा 1955 में आज ही के दिन अस्तित्व में आई.

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तस्वीर: BilderBox

ब्रिटेन की महारानी ने ब्रिस्टल से एडिनबरा में सीधे फोन किया था. पहली बार इतनी लंबी दूरी का फोन कॉल हो पाया था और वह भी इतना तेज. इसके साथ ही 5 दिसंबर 1955 को एसटीडी यानी 'सब्सक्राइबर ट्रंक डायल' की शुरुआत हुई. इसके पहले ट्रंक कॉल यानी दूसरे शहर में फोन करने की सुविधा टेलिफोन एक्सचेंज के पास ही होती थी. एसटीडी के जरिए यह सुविधा ग्राहकों तक पहुंच गई. इसके लिए हर शहर के एक्सचेंज का एक कोड बनाया गया और ग्राहकों को फोन नंबर के पहले उस कोड को डायल करना होता था.

पहला एसटीडी फोन कॉल भले ही 1955 में हो गया लेकिन पूरा तंत्र बनाने में काफी वक्त लगा और 1979 में ही यह ब्रिटेन में पूरी तरह से लागू हो सका. इसी सेवा का विस्तार कर 1963 में लंदन और पैरिस के बीच बातचीत हुई तो इंटरनेशनल डायरेक्ट डायलिंग अस्तित्व में आई. इसके बाद इंटरनेशलन सब्सक्राइबर डायलिंग शुरू हुई. मोबाइल फोन के आने आने के बाद इन सेवाओं का उपयोग और महत्व कम हो गया है लेकिन बहुत पुरानी बात नहीं है कि दूसरे शहर में बात करने के लिए घंटों इंतजार करना होता था. तब एसटी़डी सेवा किसी वरदान जैसी थी.