इंग्लैंड पर बरसे अखबार और प्रशंसक
१९ जून २०१०शनिवार सुबह ब्रिटेन में डेली मिरर अख़बार ने हेडलाइन दी, ''यह क्या बकवास है.'' वहीं एक अन्य प्रतिष्ठित अखबार गार्डियन ने टीम की खिंचाई करते हुए लिखा कि, ''इसके बाद किसी भी तरह की उम्मीद नहीं की जा सकती.'' पत्रिका द सन में लिखा है, ''घटिया, बोर, अलग थलग...और कीचड़ के पानी की तरह फीका. धन्यवाद इंग्लैंड. इसमें कोई हैरानी की बात नहीं कि तुम्हारे फैंस ने तुम्हें स्टेडियम से हूंटिंग करके बाहर निकाल दिया.''
वहीं टाइम्स अख़बार का कहना है कि खिलाड़ियों को इस बात का डर था कि वे अपने देश की उम्मीदों के मुताबिक खेल नहीं पाएंगे. 1986 के बाद इंग्लैंड ने कोई विश्व कप नहीं जीता है. डेली टेलीग्राफ ने कहा कि कोच कैपेलो को अपने टीम में बदलाव लाना होगा ताकि रूनी औऱ फ्रैंक लैंपार्ड जैसे खिलाड़ी अच्छी तरह खेल सकें.
हालांकि अख़बार इस बात पर भी अटकलें लगा रहे हैं कि स्टार खिलाड़ी वेन रूनी पर दबाव कुछ ज्यादा ही है. रूनी ने शिकायत की थी कि इंग्लैंड के फैंस ने मैच के बाद टीम को हूटिंग कर के स्टेडियम से बाहर जाने पर मजबूर कर दिया.
इतना ही नहीं, शुक्रवार रात को एक दर्शक ने सारी सुरक्षा को तोड़ते हुए इंग्लैंड के खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम का रुख किया. इंग्लैंड की टीम से जुड़े एक अधिकारी मार्क विटल ने कहा कि उस व्यक्ति को पकड़ लिया गया है औऱ सुरक्षा बलों को सौंप दिया गया है. इस बात का पता नहीं चल पाया है कि वह व्यक्ति ब्रिटेन का था. टीम के खेल से पैसा और छुट्टियां खर्च कर दक्षिण अफ्रीका पहुंचे फैंस सदमे में हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन
संपादनः ओ सिंह