आरोपों से घिरे जर्मन बिशप का इस्तीफ़ा
२२ अप्रैल २०१०जब इस बीच बालिग हो चुके उन बच्चों ने हलफ़नामे के साथ आरोप लगाया कि श्रोबेनहाउसेन नगर का पादरी रहने के दौरान मिक्सा उन्हें नियमित रूप से बुरी तरह पीटा करते थे, तो बिशप ने अपने बयान में कहा था कि वे 'सच्चे दिल' से कह सकते हैं, कि उन्होंने कभी हिंसा का प्रयोग नहीं किया था. बाद में उन्होंने माना कि हो सकता है कि उन्होंने कभी-कभी थप्पड़ लगाए हों. अनाथालय के कोष में गबन के आरोप के बाद उनका कहना था कि पैसे-वैसे के मामलों को उन्होंने कभी गंभीरता के साथ नहीं लिया. आख़िरकार उन्हें यह भी कहना पड़ा कि जो कुछ हुआ था, उस पर उन्हें बेहद दुख है.
इस बीच हालात काफ़ी बिगड़ चुके थे. कैथलिक गिरजे के संगठन जर्मन बिशप कांफ़्रेंस के प्रधान फ़्राइबुर्ग के आर्चबिशप रोबर्ट त्सोलिष ने सार्वजनिक रूप से उन्हें सलाह दी कि वे अपने पद से दूर रहें. जर्मन कैथलिक गिरजे के आधुनिक इतिहास में यह एक अनोखी घटना है. लेकिन बिशप मिक्सा इस्तीफ़ा देने से इंकार करते रहे. बुधवार शाम को आउग्सबुर्ग के एक समाचार पत्र ने गिरजे के सुत्रों का हवाला देते हुए ख़बर दी कि उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया है. पोप बेनेडिक्ट के नाम उन्होंने इस आशय का एक पत्र भेजा है.
जर्मनी का कैथलिक गिरजा बच्चों के साथ यौन दुराचार के मामलों को लेकर कुछ समय से एक गहरे संकट में है. पोप पर भी उस दौरान उनकी ख़ामोशी के कारण उंगली उठाई जा रही है. अब उनके इस्तीफ़े के पीछे वैटिकन के दबाव की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. लेकिन इस बीच काफ़ी पानी बह निकला है. मिक्सा के इस्तीफ़े से यह बहस रुकेगी नहीं, बल्कि और बढ़ ही सकती है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ओ सिंह