आबिदा परवीन को दिल का दौरा, ऑपरेशन
२९ नवम्बर २०१०लाहौर के डॉक्टर्स अस्पताल के प्रमुख मोहम्मद सरवर का कहना है, "उन्हें दिल का दौरा पड़ा है. हमने एन्जियोप्लास्टी करके ब्लॉक हटा दिया है और अब वह बेहतर हैं." सरवर ने कहा, "वह खतरे से बाहर हैं. लेकिन हमें उन्हें कुछ दिनों तक अस्पताल में रखना होगा."
56 साल की आबिदा परवीन को मौजूदा वक्त की सबसे बड़ी सूफी गायिका समझा जाता है. करीब 37 साल पहले उन्होंने रेडियो पाकिस्तान से अपनी गायिकी की शुरुआत की और बहुत कम समय में बुलंदियों पर पहुंच गईं. सूफी संगीत में उन्होंने पिछली सदी के सर्वश्रेष्ठ गायक नुसरत फतह अली खान के साथ कुछ कलाम गाए हैं, जो बेमिसाल माने जाते हैं.
आबिदा अपनी पकी हुई आवाज और बेहतरीन अदायगी के लिए जानी जाती हैं और भारत में भी उनके लाखों प्रशंसक हैं. वह भारत और अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों में कंसर्ट कर चुकी हैं.
आबिदा आम तौर पर सूफियाना गीत गाती हैं. बुल्ले शाह और खुसरो, गालिब और फैज के अलावा उन्होंने बाबा फरीद और कबीर को भी गाया है. सिंधी परिवार में जन्मी आबिदा परवीन संगीत के मामले में मोहम्मद नजीब सुलतान को अपना गुरु मानती हैं और उन्होंने रुक्ने मुर्शिद नाम से एक एलबम तैयार की है, जिसमें नजीब सुलतान को श्रद्धांजलि दी गई है.
आबिदा को सितारे इम्तियाज जैसे ऊंचे सम्मान से नवाजा जा चुका है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस गौड़