आपदा की शक्ल ले रहा है तेल का रिसाव
२६ अप्रैल २०१०मंगलवार को मैक्सिको की खाड़ी में डीपवॉटर होराइज़न रिग में हुए विस्फोट के बाद उपग्रह से ली गई तस्वीरों में पानी की सतह पर लगभग 1550 वर्ग किलोमीटर की तेल की परत देखी गई है. तेल के रिसाव को बंद करने के लिए ब्रिटेन की कंपनी बीपी ने पानी के नीचे चार रोबोटिक वाहनों को उतारने का फ़ैसला किया है.
बीपी एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन सटल्लस के मुख्य संचालन अधिकारी डूग सटल्लस का कहना है कि, "हमने ये पहले कभी नहीं किया गया है और इसे सफल बनाने के लिए हमारे पास कई बेहतरीन विशेषज्ञ हैं. लेकिन अगर ये सफल न रहा तो इस लीक को रोकने में दो से तीन महीने लग सकते हैं. "
इस रिसाव को रोकने के लिए रिमोट से चलने वाली 450 टन की 50 फुट लम्बी पनडुब्बी इस्तेमाल करने की और राहत कुओं को खोदने की कोशिश की जा रही है.
कंपनी के मुताबिक समुद्र की सतह से पांच हजार फुट नीचे स्थित तेल के कुंए से प्रतिदिन एक हजार बैरल तेल रिस रहा है. एक बैरल में क़रीब 60 लीटर तेल होता है. तट रक्षक इसे बहुत गंभीर स्थिति बता रहे हैं. पर्यावरणविदों का कहना है कि इस ऑयल लीक से लुयिसियाना के वन्यजीवों के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि 1989 के एक्सन वालडेज़ लीक के बाद रिसाव की यह सबसे बुरी स्थिति हैं. इससे कुदरत को भारी नुक़सान होने की आशंका है.
बीते हफ़्ते मैक्सिकों की खाड़ी के पास समंदर में बने अमेरिकी प्लेटफॉर्म पर धमाके के बाद आग लग गई थी. हादसे में 11 कर्मचारी भी लापता हुए, जिनका अब तक पता नहीं चल सका है. अमेरिकी तट रक्षकों ने बड़े पैमाने पर चल रहे खोज अभियान को रोक दिया है. हालांकि दुर्घटना किस कारण हुई, इसकी जांच अभी भी जारी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ श्रेया कथूरिया
संपादन: ओ सिंह