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आतंकियों को ट्रेनिंग से रोकने की कोशिश

५ फ़रवरी २०१५

दक्षिण फ्रांस में सैनिकों पर हुए हमलों के बाद फ्रांस में चेतावनी का दर्जा बढ़ाया गया जबकि जर्मनी ने संदिग्ध आतंकियों को इराक और सीरिया के युद्ध क्षेत्र में जाने से रोकने के लिए अपराध कानून को सख्त बनाने का फैसला किया है.

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तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M. Hannon

फ्रांस के प्रधानमंत्री मानुएल वाल्स ने आतंकी चेतावनी का स्तर बढ़ाने के बारे में कहा कि 30 वर्षीय हमलावर मूसा कूलीबाली के साथी हो सकते हैं. कूलीबाली ने नित्सा में एक यहूदी केंद्र के सामने दो सैनिकों को छूरा मार कर घायल कर दिया था. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि उसके परिवार वालों से पुलिस ने पूछताछ की है. पुलिस ने कूलीबाली के इस्लामी चरमपंथ की ओर आकर्षित होने के बारे में भी पूछताछ की.

जर्मन सरकार इस्लामी कट्टरपंथियों का मुकाबला करने के लिए अपराध कानून में सख्ती लाने पर विचार कर रही है. भविष्य में सीरिया या इराक जैसे देशों की यात्रा या यात्रा की कोशिश भी अपराध होगी यदि उसका लक्ष्य आतंकी अपराध करना या उसकी तैयारी करना हो. अंगेला मैर्केल की कैबिनेट ने प्रस्तावित कानून को मंजूरी दे दी है. अब उसे संसद में पेश किया जाएगा.

नए कानून में आतंकवाद के लिए धन या चंदा देने को भी अपराध बना दिया गया है ताकि आतंकी दलों को मिलने वाले धन के प्रवाह को रोका जा सके. इस समय में विदेशों में स्थित आतंकी कैंप में ट्रेनिंग दंडनीय अपराध है. इस धारा का विस्तार कर अब भविष्य में विदेशों में आतंकी गतिविधियों में भाग लेने या उसके लिए ट्रेनिंग पाने को भी उसमें शामिल कर दिया जाएगा. आतंकी इरादों से देश छोड़ने की कोशिश भी दंडनीय अपराध होगा.

आतंकवाद को मिलने वाले धन के मामले में जर्मनी सख्ती ला रहा है. इस समय आतंकी संगठनों के लिए बड़े पैमाने पर धन जमा करना या मुहैया कराना अपराध है. भविष्य में छोटी रकम को भी अपराध में शामिल किया जाएगा. जर्मनी ने ये कदम सितंबर में संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित एक प्रस्ताव के सिलसिले में लिए हैं. इस प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र ने सदस्य देशों से आतंकविरोधी संघर्ष में कड़े कदम उठाने को कहा है. इसमें संदिग्ध आतंकियों को युद्ध क्षेत्र में जाने से रोकना भी शामिल है. जर्मनी से करीब 600 लोग इराक और सीरिया में इस्लामी कट्टरपंथी संगठन आईएस के साथ लड़ने के लिए गए हैं.

एमजे/ओएसजे (डीपीए, रॉयटर्स)