आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच समझौता
१० अप्रैल २०१७ऑस्ट्रेलिया ने साफ किया है कि शांतिपूर्ण विद्युत उत्पादन सौदे पर दस्तखत के तीन साल बाद अब ऑस्ट्रेलिया भारत को यूरेनियम निर्यात करने के लिये तैयार है. प्रधानमंत्री मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मैलकम टर्नबुल ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि दोनों देशों के बीच अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है. टर्नबुल ने कहा कि उनकी सरकार भारत को जल्द से जल्द यूरेनियम का निर्यात करने को लेकर आशान्वित है. उन्होंने कहा कि वे भारत के साथ असैन्य परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये काम कर रहे है.
फिलहाल भारत में 20 से भी अधिक न्यूक्लियर रिएक्टर चल रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में साल 2019 तक ऊर्जा पहुंचाने का वादा किया है और इसके लिए भारत को यूरेनियम आयात करना होगा. आज भी देश के तकरीबन 40 करोड़ लोग बिजली की कमी से जूझ रहे हैं.
दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद और अपराध से निपटने में सहयोग के अलावा पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, वन्य जीव संरक्षण, नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में करार किये गये हैं. इसके साथ ही दोनों देशों ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता और साइबर सुरक्षा जैसी चुनौतियों पर भी जोर दिया गया.
दोनों देशों के बीच पिछले साल करीब 15 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ. टर्नबुल ने इसे और काफी बढ़ाने की संभावना पर जोर दिया. 2015 में सत्ता संभालने के बाद से यह टर्नबुल की पहली भारत यात्रा है.
एए/आरपी (एपी)