"आतंकवादी हमले हैं स्वीडन के धमाके"
१२ दिसम्बर २०१०साएपो की सुरक्षा इकाई के प्रमुख आंद्रेस थोर्नबर्ग ने कहा, "हम एक आतंकवादी अपराध की जांच शुरू कर रहे हैं." शनिवार को स्टॉकहोम में दो अलग अलग जगहों पर धमाके हुए थे. माना जा रहा है कि इस हमले में मारा गया शख्स एक फिदायीन हमलावर था. हालांकि थोर्नबेर्ग इस बात को लेकर अभी आशंकित हैं. उन्होंने कहा कि अभी ठीक ठीक नहीं कहा जा सकता कि वह व्यक्ति खुद को धमाके में उड़ाना चाहता था, अगर यह आत्मघाती हमला था तो स्वीडन के लिए नई बात होगी.
शनिवार को स्टॉकहोम के एक व्यस्त बाजार में शाम करीब पांच बजे गैस कनस्तरों से भरी हुई एक कार में धमाका हुआ. इस धमाके में दो लोग घायल हो गए. दूसरा धमाका कुछ ही देर बाद कुछ सौ मीटर दूर हुआ जिसमें एक व्यक्ति मारा गया.
स्वीडन के टेलीविजन चैनलों ने खबर दी है कि व्यक्ति के शव के पास से कीलों से भरा हुआ एक बैग मिला है. आमतौर पर बमों को और ज्यादा घातक बनाने के लिए कीलों का इस्तेमाल किया जाता है.
स्वीडन के विदेश मंत्री कार्ल बिल्ट ने ट्विटर पर इस धमाके पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "यह धमाका बेहद विनाशकारी हो सकता था."
अब स्टॉकहोम पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त को और कड़ा बनाने में जुट गई है. साएपो ने छह हफ्ते पहले ही सुरक्षा को खतरे की चेतावनी को बढ़ा दिया था. हालांकि यूरोप के बाकी देशों में अभी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की खबरें नहीं मिली हैं.
स्वीडन की समाचार एजेंसी टीटी ने कहा है कि उसे पहले धमाके से करीब 10 मिनट पहले एक ईमेल मिला था जिसमें अरबी और स्वीडिश भाषा में किसी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी. इस ईमेल में लिखा था, "हमारे हमले अपने आप बोलेंगे. अब हमारे भाइयों, बहनों और बच्चों की तरह तुम्हारे बच्चे, बेटियां और बहनें भी मरेंगे."
अफगानिस्तान में स्वीडन की फौज के लगभग 500 जवान तैनात हैं और इस ईमेल को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन