आओ सच्ची की कार बनाएं
जमाना 3डी प्रिंटरों का है. अब तो खाना भी शायद 3डी प्रिंटर से छप कर आ जाए, बस आप उसे घर पर पका लें. इसी कड़ी में है एक कार जिसके हिस्से घर आ जाते हैं, बस कल पुर्जे कस दीजिए और तैयार है कार.
सात साल
सपना सात साल पहले दो लोगों के साथ शुरू हुआ. एक ऐसा सपना, जो कार निर्माण उद्योग को पूरी तरह से बदल देने वाला साबित हो सकता है.
शुरुआती मेहनत
ओएसवी के सह संस्थापक अपोलो माची 'टैबी' की डिजाइन पर काम करते हुए.
क्या है ओएसवी
सॉफ्टवेयर में ओएसवी प्रिंसिपल बहुत अच्छे से काम करता है, हार्डवेयर में इसकी शुरुआत बाद में हुई. एक आयडिया जिसे कोई भी कहीं भी विकसित कर सकता है, अपने तरीके से इस्तेमाल कर सकता है.
संस्थापक
ओएसवी टैबी का आयडिया बनाने वाले फ्रांसिस्को लिऊ. ड्राइव किया जा सकने वाला टैबी का चार पहियों का ढांचा दो लोग 40 मिनट 44 सेकंड में तैयार कर सकते हैं.
खास इंजिन
टैबी कार के लिए एक खास हाइब्रिड इंजिन तैयार किया गया है जो अमेरिकी और यूरोपीय नियमों के हिसाब से एकदम परफेक्ट है.
डाउनलोड कर लें
टैबी कार कैसे बनाना है, इसकी जानकारी इंटरनेट से डाउनलोड की जा सकती है, मुफ्त में. भारत सहित दुनिया के 70 देशों के साथ ओएसवी फिलहाल काम कर रहा है.
अपने हिसाब से
कार की जो जरूरतें अफ्रीका के लिए हैं वो ऑस्ट्रेलिया या भारत के लिए नही हो सकतीं. तो एक ढांचा तैयार है, आपके घर कार की बॉडी और मोटर पहुंच जाएंगी, ढांचा अपनी जरूरतों के अनुसार आप खुद तैयार कर लें.
सस्ती कार
टैबी की बॉडी 500 यूरो यानी करीब 40,000 रुपये की पड़ती है. ग्राहक अपने हिसाब से तय कर सकता है कि उसे कब कहां, कितनी बड़ी, कितने दरवाजे वाली गाड़ी चाहिए.
कार उद्योग में क्रांति
इस तरीके को कार उद्योग में आमूलचूल परिवर्तन करने वाला आयडिया बताया जा रहा है. क्योंकि कार किसी एक जगह नहीं बनेगी हर देश, हर शहर, गली क्या हर मकान में अपने अपने हिसाब से बन सकेगी.
पहला खाका
करीब एक घंटे की मेहनत से बनी कार का शुरुआती मॉडल तो बन गया है. अब जरूरत है ऐसे पार्टनरों की जो इस आयडिया को आगे भी विकसित करें.