आई एम कलाम
१५ नवम्बर २०१०हर्ष मानते हैं कि वह एक संघर्षरत कलाकार हैं जो बड़ा नाम कमाना चाहते हैं. ऑस्कर जीतने वाली और देश दुनिया में सराही गई फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के बाल कलाकारों से वह खासे प्रभावित हैं. वह अब आई एम कलाम में मुख्य किरदार निभा रहे हैं. दिल्ली के एक स्कूल में आठवीं कक्षा के छात्र हर्ष बताते हैं, "मैं पिछले 6 सालों से काम की तलाश कर रहा हूं. मैं मुंबई भी गया और चिल्लर पार्टी के लिए कोशिश की लेकिन मुझे सफलता नहीं मिल सकी."
आई एम कलाम में हर्ष छोटू की भूमिका निभा रहे हैं जो पढ़ाई करना चाहता है लेकिन गरीबी के चलते उसके रास्ते में रुकावटें आती हैं. छोटू भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से बेहद प्रेरित है और वह खुद को इसी नाम से बुलाना पसंद करता है. छोटू एक ढाबे में काम करता है और उसकी जिंदगी में मोड़ तब आता है जब एक बेहद अमीर व्यक्ति के बेटे से उसकी दोस्ती हो जाती है.
फिल्म के निर्देशक निला माधब पांडा को विश्वास है कि यह फिल्म लोगों को बांधे रखेगी. "87 मिनट की फिल्म मनोरंजक है और तेज गति से चलती है. दर्शकों को यह फिल्म छोटू की दुनिया में ले जाएगी." गुलशन ग्रोवर भी फिल्म में अहम किरदार निभा रहे हैं और उनका कहना है कि यह फिल्म करने के बाद उन्हें संतुष्टि का अनुभव हुआ. "मैंने 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है लेकिन इस तरह की फिल्मों में काम करने से आपको संतुष्टि का एहसास होता है. सही शिक्षा की जरूरत जैसे विषयों को फिल्मों के माध्यम से और उठाया जाना चाहिए."
आई एम कलाम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना और पुरस्कार मिल चुके हैं. जर्मनी के लूकास इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इसे बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला. बेबीकन लंदन चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टिवल में इसे ऑडियंस अवॉर्ड दिया गया. आने वाले दिनों में फिल्म को कई अन्य फिल्म महोत्सवों में दिखाए जाने की योजना है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: एमजी