फ्लोरोसेंट मॉलिक्यूल को रसायन का नोबेल
८ अक्टूबर २०१४पुरस्कार की घोषणा बुधवार को स्टॉकहोम में स्वीडन की शाही विज्ञान अकादमी ने की. तीनों रसायनशास्त्रियों को 8,80,000 यूरो की पुरस्कार राशि बांटकर दी जाएगी. जर्मनी के पुरस्कार विजेता श्टेफान हेल माक्स प्लांक संस्थान में शोध करते हैं. निर्णायक मंडल ने स्टॉकहोम में पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा, "लंबे समय तक ऑप्टिकल माइक्रोस्कोपी एक कथित बाधा के कारण रुकी रही कि वह रोशनी के तरंगदैर्घ्य के आधे से बेहतर रिजॉल्यूशन हासिल नहीं कर सकती. फ्लोरोसेंट मॉलिक्यूल की मदद से 2014 के रसायन नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने निपुणता के साथ इस बाधा को दूर कर दिया." तकनीक को सुपर रिजॉल्व्ड फ्लोरोसेंस माइक्रोस्कोपी कहा जाता है.
मंगलवार को भौतिकी के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की गई थी. पुरस्कार जापानी मूल के तीन भौतिकशास्त्रियों को दिया गया. इसामू आकासाकी, हिरोशी अमानो और शूजी नाकामूरा को ब्लू एलसीडी के विकास और इसके साथ एलईडी के व्यापक प्रसार को संभव बनाने के लिए सम्मानित किया गया.
सोमवार को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार भी तीन वैज्ञानिकों को दिया गया था. नॉर्वे के चिकित्सक दम्पति माय-ब्रिट और एडवर्ड मोसर के अलावा अमेरिकी-ब्रिटिश वैज्ञानिक जॉन ओकीफ को सम्मानित किया गया. उन्हें इंसानी दिमाग के आंतरिक 'जीपीएस' सिस्टम का पता लगाने के लिए यह पुरस्कार मिला है. तीनों वैज्ञानिकों ने बीते एक दशक में मतिष्क के जटिल रहस्य सुलझाए हैं. माय-ब्रिट मोसर और एडवर्ड मोसर नॉर्वे की विज्ञान और तकनीकी यूनिवर्सिटी में काल्वी इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम्स न्यूरोसाइंस एंड सेंटर फॉर बायोलॉजी ऑफ मेमोरी की स्थापना कर चुके हैं.
आने वाले दिनों में साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में जबरदस्त काम करने वाली शख्सियतों को भी सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. पुरस्कार वितरण समारोह 10 दिसंबर को होगा. नोबेल पुरस्कार स्वीडन के मशहूर वैज्ञानिक और उद्योगपति अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिए जाते हैं. अल्फ्रेड नोबेल के नाम 350 अलग अलग पेटेंट थे, जिनमें से सबसे मशहूर डायनामाइट है.
एमजे/ओएसजे (डीपीए)