अल कायदा के वीडियो से भारत बेचैन
४ सितम्बर २०१४पाकिस्तान से लेकर इराक और आगे लीबिया तक आतंकवाद का एक गलियारा से बन चुका है. फिलहाल भारत ही ऐसा देश है जिसने आतंकवाद को पूर्वी एशिया की तरफ फैलने से रोका है. एक वीडियो संदेश में अल जवाहिरी ने इस्लामिक राज्य का विस्तार करने का एलान करते हुए "जिहाद के झंडे को" भारतीय उपमहाद्वीप में आगे बढ़ाने का एलान किया.
जवाहिरी के मुताबिक अल कायदा के लड़ाके "बर्मा, बांग्लादेश, असम, गुजरात और कश्मीर में" मुसलमानों की लड़ाई लड़ेंगे. गुजरात और असम में खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. भारत में 18 करोड़ मुसलमान रहते हैं. यह आबादी का 15 फीसदी हिस्सा है.
भारत सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन और राज्यों से चौकसी बढ़ाने को कहा है. भारतीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ इस मुद्दे पर बातचीत करने वाले एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, "मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है. अलर्ट जारी कर दिया गया है.
वीडियो ऐसे वक्त में आया है जब अल कायदा पहचान के संकट से जूझ रहा है. ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अल कायदा और इराक व सीरिया में सक्रिय इस्लामिक स्टेट (आईएस) में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. आईएस के पास भारत समेत दुनिया भर के लड़ाके हैं. मध्य एशिया में उसका प्रभाव बढ़ता जा रहा है.
भारत में आखिरी बार बड़ा आतंकवादी हमला 2008 में मुंबई में हुआ था. उसके तार पाकिस्तान से जुड़े. इसके बाद से भारत में कोई बड़ा हमला नहीं हुआ है. लेकिन इस बीच देश के कुछ इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा जरूर हुई. केंद्र में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के कुछ छुटभैय्ये नेता भी लगातार भड़काऊ बयान दे रहे हैं. अल कायदा साप्रंदायिक हिंसा और इस तरह के बयानों से उपजते गुस्से को भुनाना चाहता है.
ओएसजे/एएम (रॉयटर्स)