अल्जीरिया ने इंग्लैंड को ड्रॉ पर रोका
१९ जून २०१०अल्जीरिया के खिलाफ वेन रूनी, लैंपार्ड और कोल जैसे स्टार खिलाड़ियों से सजी इंग्लैंड की टीम मैदान पर बिना गोल के इधर उधर भागती रही. कोच फैबिओ कैपेलो आदेश देते, चीखते और झल्लाते दिखे लेकिन नतीजा ड्रॉ ही निकला. इसके साथ ही अब इंग्लैंड के सामने वर्ल्ड कप में टिके रहना मुश्किल हो गया है.
23 जून को टीम का आखिरी मुकाबला स्लोवेनिया से है. इंग्लैंड को वर्ल्ड कप में आगे बढ़ने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना होगा और किस्मत के सहारे भी रहना होगा. ग्रुप सी में स्लोवेनिया अब चार अंकों के साथ सबसे ऊपर है. दूसरे स्थान पर अमेरिका है. इंग्लैंड तीसरे और अल्जीरिया चौथे नंबर पर है.
टीम के इस प्रदर्शन से इंग्लैंड के कोच फैबिओ कैपेलो खासे नाराज हैं. गुरुवार को मैच के बाद कोच ने पूरी टीम को लताड़ लगाते हुए कहा, ''यह वह टीम नहीं है जिसे मैंने ट्रेनिंग और क्वालिफाइंग राउंड में पहचाना था.''
कप्तान स्टीवन गेरार्ड पर भी दबाव बढ़ रहा है. मैच के बाद उन्होंने कहा, ''हम अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हैं. अगर हम टूर्नामेंट में बने रहना चाहते हैं तो हमें अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा. हमें अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा.''
स्टार खिलाड़ी वेन रूनी ने तो अपना गुस्सा खुलकर इजहार भी कर दिया है. टेलीविजन कैमरे पर रूनी ने खुलकर टीम पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''अपने ही प्रशसंकों को अपनी खिंचाई करते देख अच्छा लगता है.''
वैसे अफ्रीकी धरती पर इंग्लैंड के अलावा भी कई दिग्गज यूरोपीय टीमों की हालत खस्ता हो रही है. फ्रांस और स्पेन जैसी टीमें भी जीत और टूर्नामेंट में बने रहने के लिए के लिए छटपटा रही हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एम गोपालकृष्णन