अर्जेंटीना को रौंदकर जर्मनी सेमीफाइनल में
४ जुलाई २०१०रोमांचक मुका़बले के शुरू में ही जर्मनी के युवा स्टार थॉमस म्युलर ने तीसरे ही मिनट में गोल कर जर्मनी को बढ़त दिला दी और अर्जेंटीना पर दबाव बढ़ा दिया. एक गोल हो जाने के बाद लियोनेल मेस्सी ने अर्जेंटीना की ओर से आक्रामकता लाने की कोशिश की, लेकिन जर्मन खिलाड़ियों का वर्चस्व बना रहा. 68वें मिनट में मीरोस्लाव क्लोज़े से दूसरा गोल किया जबकि तीसरा गोल छह मिनट बाद 74वें मिनट में श्वाइनश्टाइगर द्वारा अकेले गोलपोस्ट तक लाए गए एक बॉल को आर्ने फ्रीडरिश ने गोलपोस्ट के अंदर डाल कर किया. 86वें मिनट में मेसुत ओएज़िल की गेंद को गोल में बदल कर क्लोज़े ने जर्मनी का चौथा गोल किया.
इस मैच में दो गोलों के साथ वर्ल्ड कप में क्लोज़े के कुल गोलों की संख्या 14 हो गई है. उन्होंने सर्वाधिक गोल करने वाले जर्मन खिलाड़ी गैर्ड म्युलर की बराबरी कर ली है, लेकिन अभी भी ब्राज़ील के रोनाल्डो से पीछे हैं जिंहोंने कुल 15 गोल किए हैं. मीरोस्लाव क्लोज़े का यह मैच जर्मनी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 100वां मैच था. इसके साथ वे देश के उन 9 खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं जिंहोंने 100 या उससे अधिक मैच खेले हैं.
खेल के पहले से ही माहौल बनना शुरू हो गया था. न सिर्फ़ दोनों टीमों के फ़ैंस जोश में आ रहे थे, जर्मन खिलाड़ी बास्टियान श्वाइनश्टाइगर ने मैदान पर अर्जेंटीनी खिलाड़ियों के व्यवहार की आलोचना करते हुए उसे आदरहीन बताया और कहा कि अर्जेंटीनी ऐसे ही हैं. उसके बाद दोनों ओर वाकयुद्ध शुरू हो गया. अर्जेंटीना की ओर से 2006 के लिए बदले की बात होने लगी. दोनों ही टीमें मैच को जीतने के लिए मैदान पर उतरी. जर्मन टीम के कोच योआखिम लोएव अब हम यहां अंतिम आठ में हैं और सीधा सा लक्ष्य है अंतिम चार में आना.
दो बार के विश्व विजेता अर्जेंटीना और तीन बार के विश्व विजेता जर्मनी के लिए यह मुक़ाबला विश्व कप में आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण था. इस बीच दो महाद्वीपों की टीमों की प्रतिस्पर्धाओं को महामुक़ाबला कहा जा सकता है. दोनों देशों के बीच पहला मुक़ाबला 1958 में स्वीडेन में हुए वर्ल्ड कप में था जब अर्जेंटीना 3-1 से हार गया था. दूसरा मुक़ाबला 1986 में था, जब फाइनल में जर्मनी को 3-2 से हराकर अर्जेंटीना चैंपियन बना था. 1990 में रोम में फिर दोनों का मुक़ाबला फ़ाइनल में हुआ. इस बार जीत जर्मनी के हिस्से आई और दुनिया को मिला मैरोदोना का रोता हुआ चेहरा. इस बार मैराडोना अर्जेंटीना की टीम के कोच हैं लेकिन उन्हें अपनी टीम का अतीत भी ढ़ोना है. 2006 में जर्मनी में हुए वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का मुक़ाबला हुआ था, लेकिन यह मुक़ाबला भी क्वार्टर फ़ाइनल में था, जिसमें जर्मनी ने अर्जेंटीना को हरा दिया था.
रिपोर्ट: महेश झा
संपादन: एम गोपालकृष्णन