अरमानीः नाम ही काफी है
इटली के स्टार डिजाइनर जॉर्जियो अरमानी ने ऐसा साम्राज्य खड़ा किया है जो फैशन की दुनिया से बहुत आगे जाता है. उनकी स्टाइल अनंत होती है. दुनिया भर में अपने ब्रांड का डंका बजाने वाले अरमानी 80 साल के हो गए हैं.
पहनने लायक स्टाइल
स्टाइलिश सूट्स अरमानी का मार्का है. डिजाइनर को हमेशा से ही एक पर्फेक्शनिस्ट माना जाता है. 1974 में पहले कलेक्शन के बाद से ही उन्होंने क्लीन लाइंस और क्लासिक रंगों का इस्तेमाल करते हुए सुंदर फिर भी आरामदायक सूट्स बनाए. 80 साल के हो चले अरमानी अभी तक अपनी जड़ों से जुड़े हैं और इसकी झलक समर 2015 के कलेक्शन में दिखने को मिल जाएगी.
सबसे अलग
1975 में अरमानी ने अपने पहले वीमेन्स कलेक्शन की रचना की, जो कि पुरुषों के कपड़े से काफी सामान्य थे. पारंपरिक रूप से औरत मर्द दोनों के लिए बनाए गए परिधानों को उसने पछाड़ दिया. परिधान पूरी तरह से महिलाओं के उद्धार आंदोलन के लिए थे. पुरुषों के सूट ज्यादा कोमल और कंधों पर कम चौकोर होते थे, जबकि उनके बनाए महिलाओं के परिधान पर मर्दाना स्पर्श होता, जो शक्ति का अहसास कराता.
व्यापार और प्रेम में साथी
1966 में युवा अरमानी की मुलाकात सर्जियो गलोटी से हुई, जो आगे चल कर अरमानी के आजीवन पार्टनर बने. गलोटी पेशे से आर्किटेक्ट थे और उन्होंने फैशन डिजाइनर अरमानी को मिलान में दफ्तर खोलने के लिए प्रोत्साहित किया. 1975 में इन दोनों ने जॉर्जियो अरमानी फैशन हाउस की स्थापना की. 1985 में गलोटी के निधन के बाद अरमानी ने उनके 50 फीसदी शेयर को खरीद लिया और उसके बाद से ही वे इस ब्रांड के एकमात्र मालिक हैं.
वन मैन, वन ब्रांड
और तभी से ही अरमानी इटली के सबसे सफल फैशन डिजाइनर हैं. फोर्ब्स ने उन्हें इटली के पांच सबसे अमीर शख्स की सूची में शामिल किया. उनकी अनुमानित संपत्ति 70 लाख यूरो है. वे 2000 दुकानों और 13 फैक्ट्रियों के मालिक हैं और 5000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देते हैं.
सरल और उत्कृष्ट
जॉर्जियो अरमानी के शुरुआती साल विशेष रूप से आकर्षित नहीं थे. उनका जन्म मिलान के पास 1934 में एक मध्यम परिवार में हुआ था. आजकल अरमानी एकांत में अपनी जिंदगी बिताते हैं और फैशन जगत में कम नजर आते. उनका ट्रेडमार्क नीला कश्मीरी ऊन का स्वेटर और साधारण पतलून है. इन्हें पहनकर वो फैशन शो में भी नजर आते हैं.
मिलान से हॉलीवुड तक
अरमानी बचपन से ही फिल्मों में दिलचस्पी रखते आए हैं. उन्होंने इस बात को बहुत पहले ही समझ लिया कि हॉलीवुड प्रचार का सही अवसर पेश करता है. और वे लॉस एंजेलिस में पहला ब्रांच खोलने वाले डिजाइनर बने. 1980 में उन्होंने अमेरिकन जिगोलो फिल्म के लिए परिधान डिजाइन किए. साल 2013 में आई लियानार्डो डी कैप्रियो की फिल्म द वुल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट के लिए भी कपड़े डिजाइन किए.
परफेक्ट नाप
अभिनेताओं के अलावा जॉर्जियो अरमानी खिलाड़ियों के लिए भी कपड़े डिजाइन करते हैं. 2012 के लंदन ओलंपिक में इटली की राष्ट्रीय टीम ने अरमानी के डिजाइन किए कपड़े पहने. शरद ऋतु में जर्मनी की बायर्न म्यूनिख टीम भी स्टार डिजाइनर के कपड़े पहने नजर आएगी. खेल के क्षेत्र में अरमानी की रुचि व्यापक है, मिलान में वह बास्केटबॉल टीम के मालिक भी हैं.
क्षितिज का विस्तार
1980 में अरमानी ने अपने प्रदर्शनों की सूची में परफ्यूम लाइन को जोड़ लिया. अब इनके साम्राज्य में कई होटलें हैं, जिनमें एक दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा में स्थित है. अरमानी कॉफी, चॉकलेट, मुरब्बा भी बेचते हैं. इसके अलावा वे मर्सिडीज बेंज की कार "एम्पोरियो अरमानी" के डिजाइन बनाने में भी शामिल थे.
सलेटी रंग का जोर
अरमानी जो कपड़े डिजाइन करते हैं उनमें सलेटी रंग क्रेंद में होता है. उन्होंने सलेटी रंग की पसंद के बारे में एक बार कहा था कि मिलान जैसे शहर में कोई चमकीला मराल नहीं हो सकता है. यह रंग उनके लिए इतना महत्वपू्र्ण है कि उन्होंने अपने रंग की रचना कर दी. "ग्रीग" सलेटी और मटमैले रंग को मिलाकर बनाया.