अमेरिकी सैनिक का ख्याल रखाः तालिबान
७ जून २०१४अफगानिस्तान में तालिबान के एक प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि सार्जेंट बो बर्गडाल को अच्छी परिस्थितियों में रखा जाता था और ताजा फल दिया जाता था. तालिबान के मुताबिक उसे हर वह चीज मुहैया कराई जाती थी, जिसकी मांग सार्जेंट बर्गडाल करते थे. मुजाहिद ने कहा, "आप उनसे अमेरिका में पूछ सकते हैं. वह शिकायत नहीं करेंगे." मुजाहिद के दावों की पुष्टि नहीं की जा सकी है.
बर्गडाल की रिहाई के लिए अमेरिका ने ग्वांतानामो जेल में बंद पांच तालिबान को छोड़ा है और इस मुद्दे पर अमेरिका में भारी बहस चल रही है. आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अमेरिका आम तौर पर ऐसी डील नहीं करता. लेकिन इस बार अमेरिकी प्रशासन का दावा था कि सार्जेंट की तबीयत खराब हो रही थी और उनके पास "वक्त बहुत कम" था.
बर्गडाल को जून 2009 में उस वक्त बंधक बना लिया गया था, जब वह अपने बेस कैंप से दूर निकल गए थे. अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि हक्कानी गुट के चरमपंथियों ने उसे अपने पास रखा, जो पाकिस्तान से काम करते हैं. उन्हें पाकिस्तान सीमा के पास ही खोस्त प्रांत में अमेरिका के हवाले किया गया.
मुजाहिद ने बताया कि सार्जेंट बर्गडाल को अफगानिस्तान के अलग अलग हिस्सों में रखा गया. हालांकि इससे ज्यादा विस्तार से जानकारी नहीं दी गयी. तालिबान प्रवक्ता के मुताबिक अमेरिकी जवान को फुटबॉल खेलने दिया जाता था और यहां तक कि अंग्रेजी में इस्लाम धर्म की किताबें भी मुहैया कराई जाती थीं.
ओबामा प्रशासन ने बताया है कि अमेरिकी कांग्रेस को इस बारे में पहले सूचना नहीं दी गई. उन्हें शक था कि अगर इस डील को सार्वजनिक किया गया, तो ताबिलान अमेरिकी सार्जेंट की हत्या कर सकता था.
सार्जेंट बर्गडाल फिलहाल जर्मनी स्थित सैन्य अस्पताल में हैं और स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं. मुजाहिद ने कहा कि वह यह नहीं बता सकते कि क्या तालिबान ने किसी समय उनकी हत्या का इरादा किया था. अमेरिकी अधिकारियों के पास पिछले दिसंबर का एक वीडियो है, जिसमें सार्जेंट बर्गडाल की सेहत खराब दिख रही है, लेकिन इतनी नहीं कि "उन्हें इमरजेंसी में बचाना पड़े". अमेरिका के दो अधिकारियों ने अपना नाम बताए बगैर कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का भी यही आकलन है.
पिछले शनिवार को तालिबान ने बर्गडाल को अमेरिका के विशेष सैनिक दस्ते के हवाले किया. इससे पहले तालिबान के साथ हुई डील के मुताबिक क्यूबा में ग्वांतानामो जेल में बंद पांच तालिबान कैदियों को रिहा कर दिया गया, जो इस वक्त कतर में रह रहे हैं. उन्हें साल भर वहीं रहना होगा.
संघीय कानून के तहत ग्वांतानामो की जेल से किसी की रिहाई से 30 दिन पहले अमेरिकी संसद को इसकी जानकारी देनी होती है. ओबामा प्रशासन का कहना है कि "इमरजेंसी" में यह कानून लागू नहीं होता.
एजेए/एमजे (एपी)