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अमेरिकी प्रशासन ने चीनी मुद्रा पर रिपोर्ट टाली

४ अप्रैल २०१०

चीन के राष्ट्रपति हू चिनथाओ की अमेरिका यात्रा की पुष्टि के बाद अमेरिका ने चीन पर अपनी मुद्रा की हेराफेरी का आरोप लगाने पर फ़ैसला टाल दिया है.

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युआन पर शकतस्वीर: picture-alliance / dpa

अमेरिकी वित्तमंत्री टिमोथी गाइथनर ने कहा है कि वे 15 अप्रैल को जारी होने वाली रिपोर्ट टाल रहे हैं जिसमें सरकार यह बताती कि क्या चीन अपनी मुद्रा की हेराफेरी कर रहा है, लेकिन साथ ही कहा है कि वे चीन पर नमनशील मौद्रिक नीति के लिए दबाव डालते रहेंगे.

राष्ट्रपति बराक ओबामा और चीनी राष्ट्रपति हू चिनथाओ की टेलिफ़ोन बातचीत के बाद गुरुवार को पेइचिंग में घोषणा की गई थी हू 12 और 13 अप्रैल को परमाणु सुरक्षा शिखर भेंट में भाग लेने वाशिंगटन जाएंगे. वित्तमंत्री गाइथनर का फ़ैसला मुद्रा से संबंधित विवाद को नियंत्रण में रखने का क़दम लगता है. ओबामा प्रशासन ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को बंद करवाने के लिए व्यापक समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहा है. सुरक्षा परिषद के वीटोधारी सदस्य चीन का साथ ईरान के ख़िलाफ़ किसी भी प्रकार का प्रतिबंध लगाने के लिए ज़रूरी होगा. चीन की मौद्रिक नीति पर विवाद इस समय अनुकूल नहीं होगा.

Hu Jintao und Achmadinedschad
ईरान के सिलसिले में हू के मदद की ज़रूरततस्वीर: picture-alliance/ dpa

प्रेक्षकों का मानना है कि हू के वाशिंगटन दौरे के कुछ ही दिन बाद चीन को हेराफेरी करने वाला बताना पेइचिंग के चेहरे पर तमाचे जैसा होता. गाइथनर ने कहा है कि वे जी-20 देशों के वित्तमंत्रियों की बैठक और पेइचिंग में अमेरिकी चीन आर्थिक सम्मेलन के मौके पर चीन को मनाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने एक बयान में कहा है, "मेरे विचार में यहे बैठकें इस समय अमेरिकी हितों को बढ़ावा देने का सर्वोत्तम अवसर हैं."

अमेरिकी व्यापार और उद्योग परिषद का कहना है कि प्रशासन चीन की मुद्रा पर रिपोर्ट को जून में कनाडा में होने वाले जी-20 सम्मेलन के बाद तक टाल देगी. गाइथनर के इस फ़ैसले पर अमेरिकी सांसदों की आरंभिक प्रतिक्रिया नकारात्मक रही है.

सीनेट की वित्तीय समिति के सदस्य रिपब्लिकन सीनेटर चार्ल्स ग्रेली ने कहा है कि सरकार का क़दम अमेरिकी प्रभाव को कम करता है क्योंकि युआन को डॉलर के साथ जोड़ने का चीन का क़दम हेराफेरी वाला है. उन्होंने कहा, "यदि हम चाहते हैं कि चीन हमें गंभीरता से ले, तो हमें यह सार्वजनिक रूप से कहने के लिए तैयार रहना होगा."

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: एम गोपालकृष्णन