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अमेरिका पर फिर बरसा उत्तर कोरिया

३ नवम्बर २०१७

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के एशियाई दौरे से ठीक पहले अमेरिकी बमवर्षक विमानों के कोरियाई प्रायद्वीप में किये गये सैन्य अभ्यास ने उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव की खाई और भी गहरी कर दी है.

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Japanisches Meer U.S. Air Force B-1B Langstreckenbomber
तस्वीर: Reuters/US Air Force

उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए ने इसे अमेरिकी न्यूक्लियर ड्रिल बताते हुए कहा है कि "अमेरिका के निशाने पर उत्तर कोरिया है". समाचार एजेंसी ने कहा, "एक गैंगस्टर की तरह हरकतें करने वाला अमेरिका, कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ाकर परमाणु युद्ध को हवा देना चाहता है." 

अमेरिका वायुसेना के मुताबिक, "अमेरिका के बमवर्षकों विमानों ने जापान एवं दक्षिण कोरिया के जेट विमानों के साथ मिलकर अभ्यास किया है." वायुसेना प्रवक्ता ने कहा, "यह अभ्यास पहले से तय कार्यक्रम का हिस्सा था और हाल के घटनाक्रम से इसका कोई संबंध नहीं है." यह अभ्यास एशिया प्रशांत क्षेत्र में किया गया. इसके पहले भी अक्टूबर में अमेरिका ने इस क्षेत्र में ऐसा ही अभ्यास किया था. फिलहाल इस क्षेत्र में अमेरिका ने भारी सैन्य बल तैनात कर रखा है.

Nordkorea Raketentest Kim Jong Un
तस्वीर: Reuters/KCNA

ट्रंप के लिए चुनौती

उत्तर कोरिया ट्रंप के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. उत्तर कोरिया की ओर से किए गये मिसाइल परीक्षणों ने दोनों देशों के बीच गहमागहमी को बढ़ा दिया है. ट्रंप 5 नवंबर को जापान पहुंच रहे हैं. इसके बाद वह दक्षिण कोरिया, चीन, वियतनाम होते हुए फिलिपींस जायेंगे. माना जा रहा है कि ट्रंप का जोर उत्तर कोरिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग हासिल करने पर रहेगा. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय के एक अधिकारी मुताबिक अमेरिका राष्ट्रपति की इस यात्रा को देखते हुए दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया पर एकतरफा प्रतिबंध की घोषणा कर सकता है. अमेरिका, उत्तर कोरिया पर पहले ही तमाम तरह के प्रतिबंध लगा चुका है औक चीन पर इसके लिए लगातार दबाव बनाता रहा है. राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही अपनी चेतावनी में कह चुके हैं कि अगर उत्तर कोरिया अमेरिका को धमकी देगा तो वह उसे पूरी तरह नष्ट कर देंगे.

धीरज की अपील

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच.आर मैकमास्टर इस मसले पर धीरज दिखाने की सलाह देते हैं. उन्होंने कहा, "हमें इस मसले से धीरज से काम लेना होगा. कुछ समय तक हम यह देख सकते हैं कि अमेरिका और चीन समेत अन्य मुल्क इस मुद्दे पर क्या कर रहे हैं और क्या कर सकते हैं." वहीं दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी के मुताबिक उत्तर कोरिया के मिसाइल रिसर्च केंद्र में चहलकदमी बढ़ी है जो किसी नये लॉन्च की तैयारी भी हो सकती है.

एए/एनआर (डीपीए, रॉयटर्स)