अमीरी में पीछे नहीं भारत के ये मंदिर
दुनिया के तमाम धार्मिक स्थानों की तरह भारत के हिंदू मंदिरों में भी पूजा अर्चना करने वालों की कमी नहीं है. भक्त अपने इन पूजास्थलों पर जी खोल कर दान करते हैं और यही वजह है कि अब देश के मंदिर भी रईसी में पीछे नहीं रहे.
पद्मनाभस्वामी मंदिर
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर देश का सबसे अमीर मंदिर है. द्रविड़ शैली में बने इस मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और इसकी देखभाल त्रावणकोर का पूर्व शाही परिवार करता है.
तिरुपति बालाजी मंदिर
आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित यह मंदिर तिरूमाला की पहाड़ियों में स्थित है. ये पहाड़ियां विश्व की दूसरी सबसे प्राचीन पहाड़ियां मानी जाती है. इस मंदिर में विष्णु का अवतार कहे जाने वाले भगवान वेंकटश्वर की पूजा होती है. इस रईस मंदिर में बाल चढ़ाने की बड़ी मान्यता है.
सोमनाथ मंदिर
सोमनाथ को 12 ज्योतिर्लिंगों में प्रथम ज्योतिलिंग माना जाता है. गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बंदरगाह पर स्थित इस मंदिर के बारे में कहा जाता है का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता है. इस मंदिर को अब तक करीब 17 बार नष्ट किया जा चुका है लेकिन हर बार इसका पुनर्निमाण किया गया.
श्रीजगन्नाथ मंदिर
उड़ीसा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित इस हिंदू मंदिर में भगवान जगन्नाथ की पूजा की जाती है. हिंदुओं के चार धामों में गिना जाने वाला यह मंदिर वैष्णव संप्रदाय का है. यह भी देश के अमीर मंदिरों में से एक है और हर साल यहां करोड़ों का चंदा आता है.
सिद्धिविनायक मंदिर
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में स्थित इस मंदिर में भगवान गणेश के सिद्धिविनायक रूप की पूजा की जाती है. जिन प्रतिमाओं में भगवान गणेश की सू़ंढ़ दाईं तरफ मु़ड़ी होती है, वे सिद्धिविनायक कहलाती हैं. ये मंदिर भी देश के रईस मंदिरों में से एक है.
स्वर्ण मंदिर
पंजाब के अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर को हरमंदिर साहब के नाम से भी जाना जाता है. इस बनाने का मुख्य उद्देश्य पुरूष और महिलाओं के लिये एक ऐसी जगह बनाना था जहां दोनों समान रूप से भगवान की आराधना कर सके.