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अमिताभ भी सेंट पॉल के आशिक

१३ जुलाई २०१०

कुछ तो माज़रा है ही, नहीं तो हर बार उसने सही-सही जवाब कैसे दिया. अमिताभ बच्चन भी उसके आशिक बनकर ट्विटने लगे हैं. वैसे अगर ऑक्टोपस को बोलना आता, तो शायद वह कहता - मैंने कहां जवाब दिया, तुमने समझ लिया.

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कह दिया, बस!तस्वीर: AP

बहरहाल, अमिताभ बच्चन ट्विटर पर ब्लॉगते हैं : पॉली बाबा ज़िंदाबाद!! एक भी शॉट नहीं मारा, और वर्ल्ड कप उठा लिया. बहुतों को इस सिलसिले में पता चल गया कि भारत कितना पिछड़ा हुआ है. मसलन पूर्व विदेश राज्यमंत्री कॉस्मोपॉलिटन शशि थरूर ने ट्विट करते हुए कहा कि वे मान गए पाबलो ऑक्टोपस को. भारत का कोई भी ज्योतिषी ऐसी सौ फ़ीसदी भविष्यवाणी नहीं कर सकता. अमिताभ अगर कुछ कहते हैं, तो अभिषेक पीछे कैसे रहें. वे कहते हैं कि किसने सोचा था कि 21वीं सदी में भी एक ऑक्टोपस ताकतवर जर्मनों के मन में शक पैदा कर सकता है. सिर्फ़ जर्मनों के ही नहीं, बल्कि डचों, उरुग्वेवालों, और उससे भी पहले अर्जेंटीनियों और अंग्रेज़ों के मन में भी. चमत्कार आज भी होते हैं.

Buchautor Shashi Tharoor
तस्वीर: Fotoagentur UNI
Amitabh Bachchan
तस्वीर: picture alliance / dpa
Aamir Khan Bollywood Akteur
तस्वीर: AP

आमीर खान स्पेन के साथ थे, और उन्हें ख़ुशी थी कि पॉल भी उनके खेमे में था. बॉलीवुड में उनकी किस्मत हमेशा ऐसी नहीं रही है. स्पेन की जीत के बाद उन्होंने लिखा - प्यारे पॉल, आप पुरुष नहीं, ऑक्टोपस हो. और करन जोहर का कहना था - ओके, ऑक्टोपस बाबा रुल्स! दुनिया के नए ज्योतिषी का स्वागत!

वह ज़माना लद गया, जब फ़ुटबॉल के मामले में पुरुषों की मनमानी चलती थी. महिलाएं भी आगे आ चुकी हैं. शिल्पा शेट्टी ने ट्विटर पर चहकते हुए लिखा: याय! पॉल पर भरोसा रखा, और बेटिंग में जीत गई...हा, हा, हा...

Shilpa Shetty
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और अपने पति जॉन अब्राहम की तारीफ़ करते हुए बिपाशा बसु कहती हैं - मुझे पॉल की भविष्यवाणी की क्या ज़रूरत? मेरे पास ऑक्टोपस जॉन है. उसने पहले से ही कह दिया था कि स्पेन जीतेगा.

वैसे ऐसा नहीं लगता कि बॉलीवुड अंधविश्वास में डूब गया है. समीरा रेड्डी ने कहा कि पश्चिम का समाज कहता है कि हम अंधविश्वास में डूबे हुए हैं, और अब वे ऑक्टोपस में विश्वास करने लगे हैं. इसी तरह एक हफ़्ता पहले अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में चिंता जताई थी कि पॉल के प्रकरण से अंधविश्वास पहले पेज पर आ गया है.

और एलिज़ाबेथ जैसी इंटेलेक्चुअल-ऐतिहासिक फ़िल्म के निर्देशक शेखर कपूर एकदम क्रांतिकारी निष्कर्ष पर पहुंचे - अब उसे फ़ुटबॉल के सेंट पॉल का नाम दे दिया जाए. आखिर वह एक साथ आठ लोगों को आशीर्वाद देकर धन्य कर सकता है. लगता है कि उनकी आवाज़ में कुछ तल्खी थी. उन्होंने कहा कि ऑक्टोपस पॉल को हेज फ़ंड मैनेजर के तौर पर दसियों लाख का पोस्ट ऑफ़र किया गया है. उसके लिए वर्क परमिट की अर्जी दी गई है. देखा जाए, सेंट पॉल हमें वित्तीय संकट से उबार सकता है या नहीं. वैसे इस बीच ख़बर आई है कि अब वह भविष्यवाणी नहीं करेगा. रिटायर हो चुका है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उज्ज्वल भट्टाचार्य

संपादन: एन रंजन