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अपनी कार किराए पर देंगे?

४ मई २०१३

फाइनेंसिंग की दुनिया में एक नया फंडा आया है, क्राउडफंडिंग का. ऐसे लोग जिनके पास बिलकुल थोड़े पैसे हों, वह भी इसमें निवेश कर सकते हैं. क्या इसका कोई भविष्य है.

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तस्वीर: picture alliance/Michael Schwan

आयडिया बहुत सादा और जबरदस्त है. घरों में कार औसतन एक या दो घंटे इस्तेमाल की जाती है. बाकी समय या तो वह सड़क किनारे खड़ी रहती या गैरेज में. इस दौरान कार के मालिक दूसरे लोगों को अपनी कार किराए पर क्यों नहीं दे सकते. यह संभव बनाना चाहता है एक ऑनलाइन पोर्टल कारजैप. इसके लिए खास छोटा सा हार्डवेयर भी बनाया गया है जो कार में लगाया जा सकेगा.

इसे बनाने वाले ओलिवर लुनश्टाड कहते हैं, "इस बॉक्स के साथ संभव होगा कि कार तब भी किराए पर दी जा सके जब कार का मालिक चाबी देने के लिए नहीं आ सके." नई मशीन के साथ कार स्मार्ट फोन के साथ भी खोली जा सकेगी. कार में दूसरी चाबी रखी होगी. जो अभी कल की बात लगती है इस नई सोच का बर्लिन में विस्तार से परीक्षण किया जा रहा है. एक कार बीमा कंपनी भी मिल गई है जो इस व्यवसाय में जोखिम से ज्यादा मौके देख रही है और फाइनेंसिंग भी तय हो गई है.

ILLUSTRATION Crowdfunding
तस्वीर: picture alliance/dpa Themendienst

छोटे छोटे निवेशक

सीडमाख्ट ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कारजैप ने ढाई लाख यूरो 363 निजी निवेशकों से इकट्ठा कर लिए हैं. इस धन को चक्रवृद्धि ब्याज के साथ एक समय के लिए फिक्स कर दिया जाता है. यह फिक्स रिटर्न है जो बिकने की स्थिती में या कंपनी के शेयरों के लिए काम आ सकता है. "अगर बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं हो, और कोई अपना पैसा वापिस चाहता तो क्रेडिट की न्यूनतम अवधि के बाद उसे उसके पूरे पैसे मिल जाएंगे. यह न्यूनतम सीमा पांच साल से थोड़ी ज्यादा की है." यह तभी सफल हो सकता है जब कंपनी को सफलता मिलेगी. कानूनी नजर से देखें तो यह एक जोखिम भरा निवेश है जिसमें कोई पैसा नहीं बचेगा.

पसंद आए तो ही

सीडमाख्ट.डीई अगस्त 2011 के दौरान जर्मनी में शुरू हुआ. इसके होमपेज पर सात जारी और चार खत्म हो चुके निवेश प्रस्ताव देखे जा सकते हैं. सबसे कम राशि ढाई सौ यूरो की है. जबकि कॉम्पानिस्टो.डीई पर ये राशि सिर्फ पांच रुपये की है. यह प्लेटफॉर्म पिछले आठ महीने से काम कर रहा है. और इस दौरान इसने करीब 12 लाख यूरो जमा कर लिए हैं.

10.12.2012 DW SHIFT Crowdfunding

इस व्यवसाय के प्रमुख टामो ज्विंगे के लिए यह उपभोक्ता और उत्पादक के बीच का संवाद दिखाता है." किसी कंपनी में कोई क्यों साझेदारी करता है इसका उद्देश्य अलग अलग हो सकता है. लोग कहते हैं कि यह टीम बहुत अच्छी है या व्यापार का मॉडल बहुत अच्छा है. मुझे पसंद है और मैं साथ काम करना चाहता हूं ताकि यह उत्पाद बाजार में आए." क्राउडफंडिंग में लोगों का मोटिवेशन बहुत तगड़ा है.

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर संस्थापक एक वीडियो के जरिए मौजूद होते हैं. संभावित निवेशक सवाल कर सकते हैं और थोड़ी ही देर में आपको व्यवसाय के बारे में पता चल जाता है. आप इसे पढ़ सकते हैं.

जर्मनी से दुनिया में

क्राउडफंडिंग नया नहीं है. छोटे निवेशकों को बड़ा धन इकट्ठा करने का काम कलाकारों की दुनिया से आया है. यहां पैसे देने वाले को एक प्रतीकात्मक चीज दी जाती थी. जैसे कलाकार के ऑटोग्राफ वाली सीडी या फोटो. अमेरिका में ऐसे कई प्लेटफॉर्म मौजूद हैं जिस पर लाखों की राशि इकट्ठी की जाती है.

Symbolbild Crowdfunding
तस्वीर: DW/Fotolia-Arahan/farbkombinat

क्राउड निवेश क्राउडफंडिंग का अगला कदम है. अब मामला एक ऐसे व्यवसाय का है जिसमें सभी की कमाई हो. मध्यस्थता करने वाले प्लेटफॉर्म को भी धन दिया जाता है बशर्ते कंपनी एक निश्चित रकम इकट्ठा कर सके.

निवेशकों को भी अधिकार

फ्लोरियान श्पेटहेल्फ ने कॉम्पानिस्टो पर 11 दिनों में एक लाख यूरो इकट्ठा किए. इसके लिए उन्होंने रणनीतिक रूप से क्राउड निवेश का कहारा लिया. इंटरनेट के जरिए आस पास के परिवारों और मित्रों को खिलौने किराए पर देने का आयडिया सिर्फ पसंद ही नहीं किया गया बल्कि उन्हें अपने सर्कल में बदलाव की भी सलाह मिली.

"अगर हम कॉम्पानिस्टो से अपनी कंपनी में निवेश करवाते हैं तो इसमें निवेश करने वालों में कई दादा दादी भी होंगे. इसलिए हम अपने लोगों को उत्पाद बनाने में शामिल करते हैं. हम सर्वे करवाते हैं कि कौन से खिलौने वो अगले पैकेट में चाहते हैं. पहले के बॉक्स से उनका अनुभव कैसा था. हम क्या सुधार सकते हैं. यह फीडबैक हमारे लिए काफी अच्छा है.

जोखिम है

इसका खुलापन जोखिम का भी कारण है. जब आप क्राउडइनवेस्टिंग प्लेटफॉर्म देखते हैं, तो पता चलता है कि यह सिर्फ धंधे का आयडिया नहीं और ये भी कि एक दो क्लिक में इसे बंद नहीं किया जा सकता. हालांकि यहां नकल करने वालों की कमी नहीं और उनसे कोई बचाव भी नहीं. फ्लोरियान श्पैटहेल्फ कहते हैं कि जर्मनी में इसका कोई कॉपीराइट नहीं है. इसमें सिर्फ एक ही सहायता कर सकता है कि दूसरों से जल्दी बाजार में कदम जमाओं और लोगों का ध्यान खींचों.

रिपोर्टः साबीने किंकार्ट्स/ एएम

संपादनः एन रंजन

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