अगस्त तक तेल रिसते रहने की आशंका
३१ मई २०१०अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के ऊर्जा सलाहकार ने रविवार को सीबीएस टीवी के एक कार्यक्रम में कहा कि हमें सफलता की उम्मीद है लेकिन हम सबसे बुरे हालात के लिए भी तैयार हैं. उन्होंने कहा, "सबसे बुरा ये होगा कि तेल अगस्त तक रिसता रहेगा जब तक कि रिलीफ वेल्स यानी हालात काबू में करने के लिए कुएं नहीं बन जाते और हम सबसे बुरी स्थिति के लिए तैयार रहेंगे."
शनिवार को टॉप किल अभियान विफल होने की घोषणा करने के बाद ऑयल प्लेटफॉर्म चलाने वाली कंपनी बीपी ने दूसरा उपाय करने की घोषणा की है. इस उपाय के तहत कंपनी रोबोट को हीरे की ब्लेड के साथ पानी के नीचे भेजेगी और पाइप जहां से लीक हो रहा है वहां से काट देगी. इसके बाद वहां पर तेल इकट्ठा करने वाला गुबंद के आकार का एक उपकरण लगाया जाएगा जहां से सारा तेल उपर टैंकर जहाज़ में खींचा जाएगा.
कंपनी के प्रबंध निदेशक बॉब डडले का कहना है, "टॉप किल की तुलना में इसमें सफलता की ज्यादा संभावना है." लेकिन फिर भी समुद्र में पानी के नीचे के नीचे होने वाले इस अभियान में चुनौतियां कम नहीं हैं. बीपी ने चेतावनी दी है कि इस तरह की कोशिशें डेढ़ किलोमीटर की गहराई में कभी नहीं की गई हैं. इसलिए ये एक बड़ी चुनौती होगी. बीपी कंपनी का कहना है कि ये सब करने में 4 से 7 दिन लगेंगे.
ये भी अस्थाई उपाय है. जिस स्थाई उपाय की बात की जा रही है वह है रिलीफ वेल यानी एक और कुएं की खुदाई का है. यह योजना शुरू कर दी गई है लेकिन इसे ख़त्म होने में दो महीने लगेंगे. इसका मतलब है कि अगस्त तक तेल का रिसना जारी रहेगा हालांकि ये हो सकता है कि नए उपकरण के कारण वह काबू में आ जाए.
20 अप्रैल को मैक्सिको की खाड़ी में तेल के कुएं विस्फोट हुआ था जिसके बाद बीपी का पूरा ऑयल प्लेटफॉर्म समुद्र में समा गया. दुर्घटना की वजह से समंदर के भीतर डेढ़ किलोमीटर की गहराई में लगे एक पाइप से रिसाव शुरू हो गया.
खाड़ी से बहता तेल अमेरिकी तटों पर जा पहुंचा जहां उसने तटीय क्षेत्रों पर मछुआरों के धंधे को ठप कर दिया. साथ ही तटीय क्षेत्रों के पर्यावरण और पक्षियों को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है. तेल में सने लाचार पक्षी उड़ भी नहीं पा रहे हैं. यह समय उनके प्रजनन का होता है लेकिन वह गाढ़े काले तेल में छटपटा रहे हैं.
इसे अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ी तेल दुर्घटना बताया जा रहा है. लोग सरकार पर खुलकर ढिलाई बरतने का आरोप लगाने लगे हैं. कुछ जगहों पर बीपी और राष्ट्रपति ओबामा के विरोध में पोस्टर भी लगाए गए हैं. कहा जा रहा है कि नवबंर में होने वाले कांग्रेस चुनावों के पहले तेल का ये दाग अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के राजनीतिक जीवन को मैला कर सकता है.
रिपोर्टः एजेंसियां आभा मोंढे
संपादनः ओ सिंह