अक्लमंदी बढ़ाने के तरीके
कुछ खास बातें जो बच्चों को बुद्धिमान बनाने में मदद करती हैं...
सिगरेट से दूरी
2010 में इस्राएल में 18 से 21 साल के 20,000 युवाओं पर हुए एक शोध में उनका औसत आईक्यू 94 पाया गया. इनमें से जो स्मोकिंग नहीं करते थे उनका औसत आईक्यू 101, जबकि स्मोकिंग करने वालों का 90 पाया गया.
वाद्य यंत्र सीखना
2011 की एक स्टडी के अंतर्गत 4-6 साल के बच्चों को मात्र एक महीना संगीत के लेसन दिए जाने पर उनके आईक्यू में इजाफा पाया गया. इसी तरह 2004 में हुई एक अन्य रिसर्च में पाया गया कि जो बच्चे थियेटर जैसी गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं उनका आईक्यू अन्य के मुकाबले ज्यादा होता है.
पहली संतान को फायदा
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक परिवार की पहली संतान का आईक्यू अन्य बच्चों के मुकाबले ज्यादा होता है. इसके पीछे बायोलॉजिकल कारण नहीं हैं, बल्कि बच्चे और माता पिता के बीच का बरताव इसका प्रमुख कारण है.
बिल्ली पालें
2004 में डेनिस गुआस्टेलो द्वारा की गई एक रिसर्च में पाया गया कि जिन लोगों के पास कुत्ता होता है वे ज्यादा सामाजिक होते हैं. वहीं यह भी पता चला कि बिल्ली पालने वालों का आईक्यू ज्यादा होता है. उनके मुताबिक, "अगर आप कम सामाजिक होते हैं तो आप बाहर जाने के बजाए घर पर रहकर किताबें पढ़ना पसंद करते हैं. बिल्लियों को टहलाने के लिए बाहर ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती है."
मां का दूध
ड्यूक यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के मुताबिक मां का दूध बच्चों को अक्लमंद बनाने में मदद करता है.
खब्बू होने का फायदा
कई लोग लिखने पढ़ने और अन्य अहम कामों के लिए बाएं हाथ का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे लोगों का आईक्यू ज्यादा होता है.
कद
प्रिंस्टन में हुई एक रिसर्च के मुताबिक, "बच्चे का कद भी अक्लमंदी में अहम भूमिका निभाता है. वे बच्चे जिनका कद ऊंचा था वे ज्ञानात्मक टेस्ट में बेहतर पाए गए."