अंगोला सैनिकों पर बलात्कार के आरोप, यूएन की जांच
६ नवम्बर २०१०संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता एजेंसी के प्रवक्ता माउरित्सियो जुलियानो ने बताया कि यह महिलाएं उन 7,000 महिलाओं में शामिल थीं जिन्हें पिछले अक्टूबर में अंगोला से निष्कासित कर दिया गया था. जुलियानो ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से आरोपों की जांच करने को कहा है.
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के अनुसार बहुत सी महिलाओं ने कहा है कि हमलों के लिए अंगोला के सैनिक जिम्मेदार थे. संयुक्त राष्ट्र इस मामले की स्वयं जांच भी करेगा. विश्व संस्था की शरणार्थी एजेंसी की प्रवक्ता सेलीन श्मिट ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां इसी महीने जांच करना शुरू करेंगी.
ये आरोप पिछले सप्ताह आई संयुक्त राष्ट्र की उस रिपोर्ट के तुरंत बाद आए हैं जिसमें कहा गया था कि कम से कम 30 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था, उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसके बाद सीमा पर स्थित झाड़ियों में निर्वस्त्र छोड़ दिया गया.
जुलियानो का कहना है कि डॉक्टरों ने कांगो के शहर टेम्बो में इन महिलाओं की चिकित्सीय जांच की है और इसकी पुष्टि की है कि उनका बलात्कार हुआ है.
कांगो के लोग अक्सर दोनों देशों की सीमा पर स्थित खानों में मजदूरों के रूप में काम करने सीमा पार कर अंगोला में चले जाते हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एन रंजन